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क्या तुम्हे पता है कि दुनिया में सबसे बड़ा पाप गरीब होना है ?? ग़रीबी एक अभिशाप है यह एक दंड है मैं पूछता हूं कि अपराध विज्ञान, न्याय शास्त्र या विधि शास्त्र के ऐसे विद्वान की आप कहां तक प्रशंसा करेंगे जो किसी ऐसे दंड प्रक्रिया की व्यवस्था करें जो कि अनिवार्यतः मनुष्य को और अधिक अपराध करने को बाध्य करे??
क्या तुम्हारे ईश्वर ने यह नहीं सोचा था या उसको भी यह सारी बातें मानवता द्वारा कथनीय कष्टों को झेलने की कीमत पर अनुभव से सीखनी थी ।
तुम क्या सोचते हो किसी गरीब तथा अनपढ़ परिवार जैसे एक चमार या मेहतर के यहां पैदा होने पर इंसान का भाग्य क्या होगा? चूंकि वह गरीब है इसलिए पढ़ाई नहीं कर सकता वह अपने साथियों से तिरस्कृत एवम् त्यक्त रहता है जो ऊंची जाति में पैदा होने के कारण अपने को उससे ऊंचा समझते हैं उसका अज्ञान उसकी गरीबी तथा उससे किया गया व्यवहार उसके ह्रदय को समाज के प्रति निष्ठुर बना देता है मान लो यदि वह पाप करता है तो उसका फल कौन भोगेगा? ईश्वर,वह स्वयं या समाज के मनीषी? ..
- भगत सिंह (मैं नास्तिक क्यों हूं??)
भारतीय स्वतंत्रता की चिंगारी को ज्वलंत करने वाले भारत माता को गुलामी की बेडियों से मुक्त कराने के लिए आपका सर्वस्व न्यौछावर कर देने वाले युवाओं के प्रेरणास्त्रोत जिनका जीवन त्याग और बलिदान की प्रतिमूर्ति है जिनका ओजस्वी व्यक्तित्व युवाओं में नव ऊर्जा का संचार करता था ऐसे राष्ट्र भक्त मां भारती के अमर सपूत शहीदे आजम भगत सिंह जी के जयंती पर राष्ट्रीय स्वराज परिषद शहीदे आजम भगत सिंह जी को सादर नमन करता है।
जय स्वराज जय सुराज